
आचार्य विष्णुगुप्त ने अपने नीतिशास्त्र में सफल जीवन के कई मंत्रों को दिया है. इनका पालन करने के बाद हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं. आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही कठोर लगें मगर इनका जीवन में सही तरह से आत्मसात किया जाए तो ये हमारे जीवन को सफल बना सकती हैं. आचार्य चाणक्य की कही हर बात आज भी उतनी ही सही है जितनी वह उस जमाने में हुआ करती थी. चाणक्य नीति आपको अपने जीवन में कुछ भी हासिल करने में मदद करती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस क्षेत्र में हैं. चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने आर्थिक स्थिति मजबूत करने के उपायों के बारे में जिक्र किया है, उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि व्यक्ति किस तरह से आर्थिक रूप से सम्पन्न हो सकता है. आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से.
पक्षियों की सेवा
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति पक्षियों की सेवा करता है, उनके लिए दाने-पानी की व्यवस्था करता है उसके जीवन में धन की कभी कमी नहीं होती और उसके सामने धन आने के कई रास्ते खुल जाते हैं.
देवी देवताओं का आदर सम्मान
जिस घर में नियमित रूप से ईश्वर का ध्यान किया जाता है, उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया जाता है, ऐसे घरों में धन-संपत्ति की कभी कमी नहीं होती. उस परिवार के सदस्यों को कभी भी धन के अभाव की वजह से परेशानियां नहीं झेलनी पड़ती है.
कुष्ठ रोगियों की सेवा
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से कुष्ठ रोगियों की मदद करता है, उनकी सेवा करता है उस पर धन देवता कुबेर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखते हैं. कुष्ठ रोगियों की मदद करने से व्यक्ति के जीवन में स्वतः ही धन आगमन के रास्ते खुल जाते है
गाय माता की सेवा
आचार्य चाणक्य के अनुसार गाय माता में सभी देवी-देवता निवास करते हैं, जो व्यक्ति गाय माता की सेवा करता है उसे पुण्यात्मा का दर्जा दिया जाता है. कहते हैं कि गाय माता की सेवा करने से सभी देवी-देवताओं की सेवा हो जाती है और इसी के परिणामस्वरूप घर में अपार धन संपत्ति बनी रहती है.